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पुणे के एक ठेकेदार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा। वीडियो में एक महिला गंभीर स्वर में कह रही थी, "मुझे एक ऐसे आदमी की ज़रूरत है जो मुझे माँ बना सके। अगर कोई ऐसा कर दे तो मैं तुम्हें 25 लाख रुपये दूँगी।" शुरुआत में शक होने पर भी, ठेकेदार ने पैसे की उम्मीद में वीडियो में दिख रहे नंबर पर कॉल किया। फ़ोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को महिला के साथ काम करने वाली कंपनी का सहायक बताया। उसने ठेकेदार से कहा कि वह इस काम के लिए पहले कंपनी में पंजीकरण कराए, उसके बाद ही वह उसे पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज़ देगा।
इसके बाद असली धोखाधड़ी शुरू हुई। धोखेबाज़ों ने अलग-अलग बहाने बनाकर पैसे मांगे। उन्होंने पंजीकरण शुल्क, पहचान पत्र शुल्क, सत्यापन, जीएसटी, टीडीएस, प्रोसेसिंग शुल्क समेत हर चीज़ के पैसे लिए। धोखेबाज़ों की बातों में आकर ठेकेदार ने सितंबर के पहले हफ़्ते से 23 अक्टूबर तक 100 से ज़्यादा ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन किए। इस तरह उसने कुल मिलाकर लगभग 11 लाख रुपये भेजे। शुरुआत में तो सब ठीक रहा। उसने महिला से जल्द ही सेटिंग करने का वादा किया। लेकिन जब ठेकेदार को शक हुआ और उसने पूछताछ शुरू की, तो जालसाज़ों ने नंबर ब्लॉक कर दिया।
देश भर में फैल रहा घोटाला
एक ठेकेदार को जब एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है, तो उसने बाणेर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। मामले की जाँच शुरू कर चुकी पुलिस उन मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जाँच कर रही है जिनसे पैसे भेजे गए थे। इस तरह की धोखाधड़ी सिर्फ़ पुणे तक ही सीमित नहीं है। बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे देश के कई राज्यों से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस ने बताया कि साइबर अपराधी सोशल मीडिया पर फ़र्ज़ी वीडियो पोस्ट कर रहे हैं और मदरहुड जॉब ऑर्गनाइज़ेशन जैसे फ़र्ज़ी नामों से भोले-भाले लोगों को झाँसा दे रहे हैं। उन्होंने लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
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